मेरा कोना: काव्य संकलन
मेरी पसंदीदा कवितायेँ
गुरुवार, 26 अगस्त 2010
दोस्ती
दोस्ती उन से करो जो निभाना जानते हो.
नफ़रत उन से करो जो भूलना जानते हो.
ग़ुस्सा उन से करो जो मानना जानता हो.
प्यार उनसे करो जो दिल लुटाना जानता हो.
1 टिप्पणी:
बेनामी
12 जनवरी 2011 को 10:11 am बजे
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